मुत्तहिदा मजलिस उलेमा (MMU) का आतंक के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध, मीरवाइज उमर फारूक ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
पाहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या के बाद जम्मू-कश्मीर में शोक और रोष का माहौल है। इस अमानवीय हमले के खिलाफ इस्लामी धार्मिक संगठन मुत्तहिदा मजलिस उलेमा (MMU) ने आज राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है। यह बंद पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता दर्शाने और आतंकवाद के विरुद्ध एक स्पष्ट जनसंदेश देने के लिए बुलाया गया है।
MMU के सरपरस्त और जामिया मस्जिद श्रीनगर के इमाम मीरवाइज उमर फारूक ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “जिसने किसी निर्दोष की हत्या की, उसने पूरी मानवता की हत्या की” (क़ुरान)। उन्होंने इस दिन को कश्मीर के रक्तरंजित इतिहास का एक और दुखद अध्याय बताया और कहा, “इस्लाम अमन और इंसाफ़ का मज़हब है, जो इस तरह की बर्बरता को हरगिज़ बर्दाश्त नहीं करता।”
उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि घाटी के लोगों को शांतिपूर्ण विरोध के ज़रिए यह संदेश देना चाहिए कि कश्मीर हिंसा नहीं, शांति चाहता है।
इस बीच, स्थानीय लोगों ने पाहलगाम में एक भावुक कैंडल मार्च आयोजित किया। मार्च में बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया और “टूरिस्ट हमारी जान हैं” जैसे नारे लगाए। प्रतिभागियों ने पर्यटकों को कश्मीर की शान बताया और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
MMU ने अपने बयान में सभी दुकानदारों, स्कूलों, सार्वजनिक परिवहन और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से आज के बंद को स्वैच्छिक और शांतिपूर्ण ढंग से सफल बनाने की अपील की है। संगठन का कहना है कि यह विरोध किसी राजनीतिक दल के खिलाफ नहीं, बल्कि हिंसा और आतंक के खिलाफ मानवता की पुकार है।