इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार 18 जुलाई को बिहार के मोतिहारी में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। इस मौके पर जिले में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की जा रही है। भारी भीड़ और यातायात व्यवस्था को देखते हुए जिला प्रशासन ने मोतिहारी अनुमंडल क्षेत्र के सभी सरकारी व गैर-सरकारी स्कूलों, कोचिंग संस्थानों और आंगनबाड़ी केंद्रों को एक दिन के लिए बंद रखने का आदेश जारी किया है।
जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने यह आदेश भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के तहत जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि प्रधानमंत्री की प्रस्तावित यात्रा के दौरान शहर में भारी जनसमूह और सुरक्षा बलों की आवाजाही के कारण बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है।
प्रधानमंत्री की रैली को लेकर जिले भर में हजारों सुरक्षा बलों की तैनाती, ड्रोन से निगरानी, और स्ट्रैटेजिक ट्रैफिक डाइवर्जन की व्यवस्था की गई है। गांधी मैदान और उसके आसपास के इलाकों को हाई अलर्ट जोन घोषित किया गया है।
प्रवेश द्वारों पर मेटल डिटेक्टर और बॉडी स्कैनर लगाए जा रहे हैं। साथ ही रैली स्थल पर बैग, बोतल, और खाद्य पदार्थों के साथ प्रवेश पर रोक लगाई गई है। प्रत्येक आगंतुक की कड़ी सुरक्षा जांच की जाएगी।
आदेश के अनुसार, 18 जुलाई को जिले के सभी,सरकारी और निजी स्कूल,कोचिंग सेंटर,आंगनबाड़ी केंद्र
पूरे दिन बंद रहेंगे। प्रशासन ने विद्यालय प्रबंधन को निर्देश दिया है कि कक्षाएं किसी अन्य दिन आयोजित की जाएं ताकि पढ़ाई का नुकसान न हो।
प्रधानमंत्री मोदी इस दौरे में करीब ₹7,200 करोड़ की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में रेलवे, सड़क, ग्रामीण आवास, और अन्य आधारभूत सुविधाओं से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं। साथ ही तीन अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई जाएगी।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह रैली आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को ध्यान में रखते हुए बेहद अहम मानी जा रही है। चंपारण क्षेत्र की 12 विधानसभा सीटों को लेकर भाजपा रणनीतिक रूप से इसे महत्वपूर्ण मान रही है।
प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे 18 जुलाई को सुरक्षा व्यवस्था का पालन करें, रैली में शांतिपूर्वक भाग लें और अनावश्यक यात्रा से बचें। स्थानीय निवासियों को सहयोग करने की अपील की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मोतिहारी यात्रा जहां राज्य को विकास की कई सौगातें देगी, वहीं प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्थाएं सुरक्षा और शांति बनाए रखने के उद्देश्य से की गई हैं। स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को एक दिन के लिए बंद करना इसी तैयारी का हिस्सा है, ताकि कार्यक्रम निर्विघ्न और सुरक्षित ढंग से संपन्न हो सके।