इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने बेरोजगार युवाओं के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। पटना के मिलर स्कूल मैदान में आयोजित ‘युवा चेतना रैली’ को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा कि यदि उनकी सरकार बनती है, तो राज्य में डोमिसाइल नीति लागू की जाएगी। इसके तहत स्थानीय युवाओं को नौकरियों में प्राथमिकता मिलेगी। साथ ही, प्रतियोगी परीक्षाओं के फॉर्म भरने के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा, और परीक्षा केंद्र तक आने-जाने का भाड़ा भी सरकार वहन करेगी।
मुख्य घोषणाएं
-डोमिसाइल नीति लागू होगी: इससे स्थानीय युवाओं को सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता मिलेगी।
-मुफ्त परीक्षा फॉर्म: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवेदन करने पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
-यात्रा भत्ता: परीक्षा केंद्र तक आने-जाने का खर्च सरकार उठाएगी।
तेजस्वी यादव ने वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य के लगभग 400 प्रखंडों में डिग्री कॉलेज नहीं हैं, जिससे युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाना पड़ता है। उन्होंने यह भी कहा कि 18 से 23 वर्ष की प्रति एक लाख आबादी पर बिहार में केवल 7 कॉलेज हैं, जो राज्य की शिक्षा व्यवस्था की खामियों को दर्शाता है।
राजद नेता ने यह भी वादा किया कि सरकार बनने के एक महीने के भीतर युवा आयोग का गठन किया जाएगा, जो युवाओं की समस्याओं और रोजगार के अवसरों पर विशेष ध्यान देगा। उन्होंने कहा कि बिहार की 58% आबादी 18 से 25 वर्ष के युवाओं की है, और ऐसे में राज्य को एक युवा नेतृत्व की आवश्यकता है।
तेजस्वी यादव की इन घोषणाओं को आगामी चुनाव में युवाओं को आकर्षित करने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। अब देखना होगा कि इन वादों का चुनाव परिणामों पर कितना प्रभाव पड़ता है।