
इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
तमिलनाडु के तंजावुर में रविवार को सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) द्वारा आयोजित वक्फ सुरक्षा सम्मेलन में हजारों लोग एकत्र हुए। यह सम्मेलन वक्फ कानून संशोधन विधेयक के खिलाफ विरोध व्यक्त करने और मुस्लिम समुदाय के धार्मिक अधिकारों की रक्षा के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
संशोधित वक्फ विधेयक, जिसे भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा संसद में पेश किया गया है, मुस्लिम समुदाय की धार्मिक संपत्तियों पर केंद्र और राज्य सरकारों का अधिक नियंत्रण स्थापित करने का प्रावधान करता है। SDPI इस विधेयक को संविधान विरोधी और मुसलमानों के अधिकारों पर हमला मानते हुए इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है।
सम्मेलन में हज़ारों की संख्या में लोग उपस्थित हुए और वक्फ अधिकारों की सुरक्षा की मांग करते हुए नारे लगाए। SDPI के नेताओं ने इस विधेयक के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया और इसे केवल एक विधेयक का विरोध नहीं, बल्कि भारतीय संविधान और मुस्लिम समुदाय के अधिकारों की रक्षा के रूप में देखा।
SDPI द्वारा देशभर में इस आंदोलन को फैलाने की योजना है, ताकि हर स्तर पर वक्फ बोर्ड और मुस्लिम समुदाय के अधिकारों की रक्षा की जा सके। सम्मेलन में भाग लेने वाले नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया और बीजेपी सरकार की नीतियों के खिलाफ अपनी आवाज उठाई।
SDPI का यह वक्फ सुरक्षा सम्मेलन एक स्पष्ट संदेश देता है कि पार्टी भारतीय मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इस मुद्दे पर लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है।