इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए पहचानी जाने वाली डिजिटल मीडिया संस्था मक्तूब मीडिया ने गुरुवार को जानकारी दी कि उसका X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट भारत में सरकारी कानूनी मांग के बाद ब्लॉक कर दिया गया है। इस कदम को मक्तूब की संपादकीय टीम ने प्रेस की आज़ादी पर हमला बताया है।
एक बयान में टीम ने कहा, “हमें सरकार की इस मनमानी कार्रवाई के पीछे के कारण की कोई जानकारी नहीं है। यह प्रेस की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है।”
मक्तूब मीडिया ने इस संकट की घड़ी में अपनी पत्रकारिता जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि “जब सच्चाई सबसे ज़्यादा निशाने पर है, हम तब भी सच को सामने लाने का काम करते रहेंगे।”
संपादकीय टीम ने अपने पाठकों और समर्थकों से अपील की है कि वे मक्तूब की रिपोर्ट्स को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में मदद करें।
“इस संकट की घड़ी में, हम अपने साथियों से अपील करते हैं कि हमारी वेबसाइट से रिपोर्ट्स के लिंक साझा करें ताकि लोग हमारी पत्रकारिता तक पहुंच बना सकें। हम उनसे कहीं ज़्यादा हैं।” – मक्तूब मीडिया का बयान
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब देश में डिजिटल स्वतंत्र मीडिया को लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कई पत्रकार और संस्थाएं इसे सेंसरशिप और स्वतंत्र आवाज़ों को दबाने की कोशिश के रूप में देख रहे हैं।