इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर पर संसद में चर्चा करने के लिए विशेष सत्र बुलाने की अपील की है। राहुल गांधी ने अपने पत्र में यह मांग की कि देश के नागरिकों और उनके प्रतिनिधियों को पहलगाम क्षेत्र, ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर से संबंधित सभी जानकारी दी जाए, और फिर इस पर संसद में गंभीर चर्चा हो।
राहुल गांधी का पत्र: “संसद में पारदर्शिता से हो चर्चा”
राहुल गांधी ने पीएम मोदी को संबोधित अपने पत्र में कहा कि देश के लोग और उनके चुने हुए प्रतिनिधि यह जानने के हकदार हैं कि ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर के पीछे की वास्तविकता क्या है। उन्होंने यह भी कहा कि यह समय है जब सरकार इन मुद्दों पर पूरी जानकारी सामने लाए और संसद में इन पर खुलकर चर्चा की जाए। इसके लिए राहुल गांधी ने पूरे विपक्ष की ओर से संसद का विशेष सत्र बुलाने की अपील की है।
ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर पर है सवाल
राहुल गांधी ने कहा कि पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत सरकार द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान के साथ किए गए सीजफायर समझौते पर सवाल उठने लगे हैं। उनका मानना है कि इन संवेदनशील मुद्दों पर सरकार की चुप्पी लोकतंत्र के लिए खतरनाक हो सकती है। साथ ही, वे चाहते हैं कि सरकार संसद में इस पर विस्तार से चर्चा करके स्थिति को स्पष्ट करे।
विपक्ष का पक्ष
राहुल गांधी का यह कदम विपक्ष की ओर से सरकार को घेरने का एक नया प्रयास है। विपक्ष लगातार सरकार पर आरोप लगा रहा है कि वह संवेदनशील मुद्दों पर पारदर्शिता नहीं दिखा रही है और न ही जनता को पूरी जानकारी दे रही है। राहुल गांधी ने संसद में विपक्ष की भूमिका को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि सरकार पर उचित दबाव डाला जा सके और लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा हो सके।
क्या होगा अगला कदम?
अब यह देखना है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पत्र पर कोई प्रतिक्रिया देते हैं और क्या वह राहुल गांधी की अपील पर संसद का विशेष सत्र बुलाने के लिए तैयार होते हैं। क्या संसद में इस मुद्दे पर वास्तविक और व्यापक चर्चा हो सकेगी, यह आने वाले दिनों में तय होगा।
राहुल गांधी का यह कदम लोकतंत्र के अंदर पारदर्शिता और जवाबदेही की जरूरत को दर्शाता है। सरकार को संसद में इन संवेदनशील मुद्दों पर खुलकर चर्चा करने का अवसर देना लोकतंत्र के लिए एक सकारात्मक कदम साबित हो सकता है।