इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
भारत सरकार ने भ्रामक रिपोर्टिंग के आरोप में चीन और तुर्की के सरकारी मीडिया संस्थानों — ‘ग्लोबल टाइम्स’, ‘शिन्हुआ न्यूज एजेंसी और ‘TRT वर्ल्ड’ — के X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट्स को भारत में अस्थायी रूप से ब्लॉक कर दिया था। यह कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद इन प्लेटफॉर्म्स द्वारा फैलाए गए कथित दुष्प्रचार और अप्रमाणित दावों के मद्देनज़र की गई थी। हालांकि अब ‘ग्लोबल टाइम्स’ और ‘TRT वर्ल्ड’ के अकाउंट्स को बहाल कर दिया गया है, जबकि ‘शिन्हुआ’ का अकाउंट अब भी ब्लॉक है۔
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर दुष्प्रचार का आरोप
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ ने पाकिस्तान समर्थित सूत्रों के हवाले से ऐसे दावे किए जिनमें कहा गया कि भारतीय वायुसेना को भारी नुकसान पहुंचा है और भारतीय फाइटर जेट्स को मार गिराया गया है। इन दावों को भारतीय दूतावास ने “बेबुनियाद” और “भारत-विरोधी प्रोपेगेंडा” करार देते हुए कड़ी आपत्ति दर्ज कराई।
TRT वर्ल्ड की भूमिका
तुर्की के सरकारी ब्रॉडकास्टर TRT वर्ल्ड पर भी भारत विरोधी दुष्प्रचार फैलाने का आरोप लगा। एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ कार्रवाई में तुर्की के ड्रोन का इस्तेमाल किया। इसके अलावा तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन द्वारा पाकिस्तान-तुर्की दोस्ती को लेकर की गई टिप्पणी ने भी मामले को और गरमा दिया।
भारत का रुख और डिजिटल संप्रभुता
सरकार ने X को कानूनी मांगों के तहत इन अकाउंट्स को भारत में ब्लॉक करने का निर्देश दिया। यह कदम भारत की डिजिटल संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया। बाद में X ने पुष्टि की कि ग्लोबल टाइम्स और TRT वर्ल्ड के अकाउंट्स बहाल कर दिए गए हैं, लेकिन शिन्हुआ का अकाउंट अब भी प्रतिबंधित है।
यह घटनाक्रम दिखाता है कि भारत सरकार अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भ्रामक रिपोर्टिंग के खिलाफ सख्त रवैया अपना रही है, खासकर जब बात देश की सुरक्षा और सैन्य कार्रवाइयों की हो।