इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत के बाद पहली बार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कश्मीर की जनता को संबोधित किया। श्रीनगर के बादामी बाग छावनी में आयोजित एक सभा में उन्होंने कहा कि “मैं एक डाकिया हूं, जो पूरी दुनिया का संदेश लेकर कश्मीर आया हूं।”
उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर की जनता द्वारा एकजुट होकर अपना आक्रोश प्रकट करने को सराहा और कहा कि, “कश्मीर की जनता का गुस्सा अब दुश्मनों तक पहुंच चुका है और यह वो कभी भूल नहीं पाएंगे।”
रक्षा मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शहीद हुए भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा “हमारे जवान आतंकवाद से लड़ते हुए शहीद हुए। आतंकियों का धर्म निर्दोषों की हत्या करना है, और उन्हें खत्म करना ही भारतीय धर्म है।”
राजनाथ सिंह ने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ सीमा की रक्षा की नहीं बल्कि भारत के मूल्यों, संस्कृति और धर्म की रक्षा की लड़ाई है। उन्होंने कश्मीर के लोगों से आतंक के खिलाफ सेना और सरकार का साथ देने की अपील की।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार कश्मीर में स्थायी शांति, सुरक्षा और विकास सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
गौरतलब है कि हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की थी, जिसमें कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इस अभियान के तहत भारत ने सीमा पार से हो रही घुसपैठ और आतंकवाद को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई शुरू की है।