इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
कर्नाटक के भाजपा विधायक हरिश पूंजा द्वारा गोपालकृष्ण मंदिर ट्रस्ट के एक कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ भड़काऊ बयान देने के बाद विवाद बढ़ गया है। विधायक हरिश पूंजा ने कार्यक्रम के दौरान आयोजन समिति के सदस्यों से यह सवाल किया था कि “मुस्लिम समुदाय को इस कार्यक्रम में क्यों आमंत्रित किया गया?” उनके इस बयान से तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, गोपालकृष्ण मंदिर ट्रस्ट ने मुस्लिम समुदाय से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है। ट्रस्ट ने कहा कि उनका उद्देश्य किसी भी समुदाय को आहत करना नहीं था और वे सभी धर्मों के प्रति सम्मान बनाए रखना चाहते हैं।
इस घटना ने कर्नाटक में धार्मिक सद्भाव और समाजिक मेल-जोल पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने विधायक के बयान की निंदा की है और सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की गई है।
भाजपा के इस विधायक के बयान के बाद सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर व्यापक चर्चा हुई है, जहां कई लोगों ने भड़काऊ भाषण को रोकने और सभी समुदायों के बीच सद्भाव बनाए रखने की मांग की है।
गोपालकृष्ण मंदिर ट्रस्ट की माफी की घोषणा से माहौल को कुछ हद तक शांत करने की उम्मीद जताई जा रही है, लेकिन इस विवाद ने कर्नाटक में धार्मिक सहिष्णुता की जरूरत को फिर से रेखांकित कर दिया है।