इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
अलीगढ़ के ममू भांजा इलाके में मंगलवार रात एक मुस्लिम युवक मोहम्मद फरीद उर्फ़ औरंगज़ेब (35) की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। यह घटना उस समय हुई जब फरीद को एक स्थानीय व्यापारी के घर से बाहर निकलते देखा गया, जिसके बाद उसे चोर समझकर लोगों ने हमला कर दिया।
पुलिस के अनुसार, छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन मृतक के परिवार का कहना है कि यह हमला उसकी मुस्लिम पहचान के कारण किया गया।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें देखा जा सकता है कि भीड़ फरीद को बेरहमी से पीट रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपी पड़ोसी हैं और उन्हें हत्या, दंगा और गैरकानूनी जमावड़े के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
मृतक के भाई मोहम्मद जाकी ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि फरीद की हत्या उसकी धार्मिक पहचान के कारण की गई। उन्होंने कहा, “मेरे भाई को मुसलमान होने की वजह से मारा गया।” पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया है, और कई दुकानों ने एहतियातन अपने शटर बंद कर दिए हैं। स्थानीय प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
इस घटना ने एक बार फिर से देश में भीड़ द्वारा हिंसा और सांप्रदायिक तनाव के मुद्दे को उजागर किया है। मानवाधिकार संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना की निंदा की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।