इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
बिहार की सामाजिक न्याय की राजनीति को नया आयाम देते हुए प्रदेश के दो युवा और संघर्षशील दलित नेता अमर आज़ाद पासवान और अजय पासवान ने शुक्रवार को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा और राहुल गांधी के सामाजिक न्याय के विज़न से प्रेरित होकर दोनों नेता कांग्रेस में शामिल हुए।
यह कार्यक्रम बिहार प्रदेश कांग्रेस कार्यालय, पटना में आयोजित हुआ, जिसमें प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावारू, प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार, और कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान की मौजूदगी रही। कांग्रेस की ओर से इस खबर की आधिकारिक पुष्टि बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी और प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार के सोशल मीडिया अकाउंट्स से की गई है।
अमर आज़ाद पासवान, जो पूर्व में भीम आर्मी बिहार के प्रदेश अध्यक्ष और बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव रह चुके हैं, मुज़फ्फरपुर के बोचहा विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि “अब हमारा लक्ष्य है कि दलित, पिछड़ा, और मुस्लिम समाज को एकजुट कर कांग्रेस को मज़बूत किया जाए। कांग्रेस ही वह पार्टी है जो संविधान, सामाजिक न्याय और युवाओं के सपनों को ज़मीन पर उतार सकती है।”
अजय पासवान ने भी कहा कि वह युवाओं को पार्टी से जोड़कर, कांग्रेस को बिहार में मज़बूत करेंगे और हाशिए पर खड़े तबकों को न्याय दिलाने की लड़ाई में आगे रहेंगे।
इस मौके पर दोनों नेताओं ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि वे जल्द ही “संविधान के सम्मान में, दलित-मुस्लिम मैदान में” नारे के साथ बिहार बचाओ यात्रा की शुरुआत करेंगे। यह यात्रा सामाजिक न्याय, भाईचारे, और संवैधानिक अधिकारों को लेकर जन-जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से आयोजित की जाएगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इन दोनों नेताओं की कांग्रेस में एंट्री आगामी चुनावों में पार्टी की रणनीति को नई दिशा दे सकती है, विशेषकर दलित और मुस्लिम वोट बैंक को मजबूत करने की दिशा में।