इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
लगभग तीन हफ्ते तक पाकिस्तान रेंजर्स की हिरासत में रहने के बाद सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान पूर्णम कुमार शॉ को बुधवार सुबह सुरक्षित भारत वापस लाया गया। जवान को अटारी, अमृतसर स्थित संयुक्त चेक पोस्ट (Joint Check Post) पर सुबह करीब 10:30 बजे शांतिपूर्ण ढंग से तय प्रोटोकॉल के तहत भारत को सौंपा गया।
कैसे हुआ सीमा पार
BSF द्वारा जारी बयान के मुताबिक, कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार शॉ, जो 182वीं बटालियन से संबंधित हैं, 23 अप्रैल को पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में ड्यूटी के दौरान गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गए थे। वह ड्यूटी पर वर्दी में और अपनी सर्विस राइफल के साथ थे। बताया जा रहा है कि वे सीमा के पास एक छायादार स्थान की तलाश में थे, जहां आराम करने के उद्देश्य से आगे बढ़े और अनजाने में पाकिस्तानी सीमा में प्रवेश कर गए। इसके बाद उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया।
BSF और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच संवाद
घटना के बाद BSF और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच कई स्तरों पर बातचीत हुई। मामले को लेकर कूटनीतिक माध्यमों और स्थानीय सैन्य संवाद के जरिये दबाव बनाया गया, जिसके चलते बुधवार को जवान की सुरक्षित वापसी संभव हो पाई।
परिवार में खुशी की लहर
कॉन्स्टेबल शॉ की वापसी की खबर मिलते ही उनके परिवार और गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। स्थानीय लोगों ने BSF के प्रयासों और शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत सरकार का आभार व्यक्त किया।
यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात जवानों की सतर्कता और रणनीतिक संवाद कितना अहम है। जवान की सुरक्षित वापसी जहां BSF की कूटनीतिक सूझबूझ का नतीजा है, वहीं यह सीमा पर मानवीय संवेदनाओं की अहमियत को भी दर्शाता है।