इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को बड़ी संख्या में 15 शहरों में “जय हिंद” रैलियों आयोजित करने का ऐलान किया है। यह रैलियां भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ऑपरेशन सिंदूर को राजनीतिक रंग देने की निंदा करने और जनता में इसका विरोध जताने के लिए रखी गई हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि बीजेपी सरकार द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, जो देश की एकता और सद्भाव के खिलाफ है। उन्होंने कहा, “यह ऑपरेशन सिंदूर नामक अभियान समाज में विभाजन फैलाने और वोट बैंक राजनीति को बढ़ावा देने की एक रणनीति है। कांग्रेस पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और इस राजनीतिकरण के खिलाफ सड़कों पर उतरकर आवाज उठाएगी।”
कांग्रेस ने बताया कि इन रैलियों में पार्टी के शीर्ष नेता और कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे, जो जनता को बीजेपी के इस अभियान के नकारात्मक पहलुओं से अवगत कराएंगे। इस आंदोलन के माध्यम से कांग्रेस देशभर में लोकतंत्र, सद्भाव और समरसता का संदेश फैलाने का प्रयास करेगी।
विशेष रूप से उन 15 शहरों में रैलियां आयोजित की जाएंगी, जहां बीजेपी का दबदबा अधिक है और जहाँ ऑपरेशन सिंदूर के दुष्प्रभाव सबसे ज्यादा देखे गए हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह कदम आगामी चुनावों को देखते हुए कांग्रेस की बीजेपी को टक्कर देने की रणनीति का हिस्सा है, जिसमें सामाजिक मुद्दों को लेकर बीजेपी की नीतियों पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
कांग्रेस की यह मुहिम राजनीतिक दलों के बीच बढ़ते तनाव को और बढ़ा सकती है, जिससे आने वाले दिनों में राजनीतिक हलकों में हलचल तेज होने की संभावना है।