इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के एतमादपुर इलाके में गुरुवार शाम एक दलित दूल्हे और उसकी बारात पर कुछ ऊंची जाति के ग्रामीणों ने बर्बर हमला किया। यह हमला दूल्हे रोहित कुमार द्वारा घोड़ी चढ़ने और बैंड-बाजे के साथ बारात निकालने को लेकर किया गया।
घोड़ी चढ़ने और बैंड-बाजे पर था विवाद
जानकारी के अनुसार, दूल्हा रोहित कुमार अपनी बारात लेकर कृष्णा मैरिज हॉल की ओर जा रहा था, तभी कुछ ऊंची जाति के लोगों ने दूल्हे को घोड़ी से नीचे खींच लिया और उसकी बुरी तरह पिटाई शुरू कर दी। हमलावरों ने न सिर्फ दूल्हे को मारपीट की, बल्कि बैंड-बाजे को भी तोड़ डाला और बारातियों पर हमला किया। हमलावरों ने इस हमले के दौरान हथियारों का भी इस्तेमाल किया।
हमले में कई लोग घायल, एक रिश्तेदार की सिर पर गंभीर चोट
घटना में दूल्हे के एक रिश्तेदार कुंवर पाल को सिर पर गंभीर चोट आई है। अनीता देवी, दुल्हन प्रियंका कुमारी की मां ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जब महिलाओं ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो उन्हें भी हमला किया गया। महिलाओं और पुरुषों को बुरी तरह पीटा गया, जिससे माहौल में दहशत फैल गई।
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग
इस घटना के बाद पीड़ित परिवार ने स्थानीय पुलिस से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। अनीता देवी ने कहा कि यह एक सुनियोजित हमला था, जिसे जातिवाद के आधार पर अंजाम दिया गया। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
सामाजिक संगठनों ने जताई चिंता
घटना के बाद, विभिन्न सामाजिक संगठनों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि इस प्रकार के हमले सामाजिक न्याय और समानता के सिद्धांतों के खिलाफ हैं। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लेकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
सवाल उठते हैं…
क्या यह घटना जातिवाद के खिलाफ संघर्ष में एक और कड़ी साबित होगी?
क्या प्रशासन ऐसे हमलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा, और क्या समाज में समानता की दिशा में कोई ठोस कदम उठाए जाएंगे?
यह घटना समाज में व्याप्त जातिवाद की बुराई को फिर से उजागर करती है, और इसे समाप्त करने के लिए कड़े प्रयासों की आवश्यकता है।