इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
गाजियाबाद के सिहानी गेट क्षेत्र के लोहियानगर में होली के अवसर पर दंगा भड़काने की एक साजिश का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों, योगेश चौधरी और शिवम, को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने गोशाला में मांस रखकर सांप्रदायिक तनाव फैलाने की योजना बनाई थी।
डीसीपी सिटी राजेश कुमार के अनुसार, लोहियानगर में स्थित शिव चंडी मंदिर गोशाला का संचालन अरुण शर्मा करते हैं, जबकि उनके साले नंदकिशोर शर्मा पास में ही श्रीराम गोशाला चलाते हैं। नंदकिशोर अपनी बेटी छाया शर्मा के साथ मिलकर अरुण की गोशाला पर कब्जा करना चाहता था। इसी उद्देश्य से उन्होंने यह साजिश रची।
साजिश के तहत, नंदकिशोर, छाया, योगेश, शिवम और ऋषभ ने मिलकर हिंडन विहार की एक दुकान से 8 किलो मांस खरीदा। 12 मार्च की रात को, उन्होंने यह मांस शिव चंडी गोशाला में रख दिया। इसके बाद, योगेश ने गोरक्षक दल के संरक्षक पवन तोमर को गोशाला में प्रतिबंधित पशुवध की झूठी सूचना दी, ताकि होली के दौरान सांप्रदायिक तनाव फैलाया जा सके।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मांस को बरामद किया और जांच के लिए सरकारी पशु चिकित्सालय भेजा, जहां पुष्टि हुई कि यह भैंस का मांस है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि गोशाला में पशुवध नहीं किया गया था, बल्कि मांस को सुनियोजित तरीके से वहां रखा गया था।
इस मामले में पुलिस ने योगेश चौधरी और शिवम को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता नंदकिशोर शर्मा, उनकी बेटी छाया शर्मा और अन्य आरोपी ऋषभ फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी (आपराधिक साजिश) और 295ए (धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया है। डीसीपी सिटी ने कहा कि इस तरह की साजिशें समाज में अशांति फैलाने के उद्देश्य से की जाती हैं, लेकिन पुलिस की सतर्कता से इन्हें नाकाम किया जा रहा है।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि समाज में शांति और सौहार्द बना रहे।