इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
ग्रिनस्पायर वेलफेयर फ़ाउंडेशन ने अलीगढ़ की झुग्गी बस्तियों में मासिक धर्म गरिमा अभियान आयोजित कर महिलाओं और किशोरियों को स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। इस अभियान का उद्देश्य मासिक धर्म से जुड़ी चुप्पी और वर्जनाओं को तोड़ना और समाज में गरिमा व आत्मविश्वास की भावना को मज़बूत करना रहा।
इस अभियान का नेतृत्व फ़ाउंडेशन की कार्यकारी समिति सदस्य शिज़ा हसन और रुक़ैया फ़ातिमा ने किया, जबकि कैंपस एम्बेसडर समीर खान ने सक्रिय सहयोग दिया। स्वयंसेवकों ने महिलाओं और किशोरियों के साथ खुलकर बातचीत की, स्वच्छता किट वितरित किए और मासिक धर्म स्वास्थ्य से जुड़े अधिकारों व जानकारी पर चर्चा की।
शिज़ा हसन ने कहा “मासिक धर्म कोई शर्म की बात नहीं, बल्कि एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। हमारा प्रयास है कि हर महिला और बच्ची गरिमा और आत्मविश्वास के साथ जीवन जी सके। ऐसे अभियान बदलाव की नींव रखते हैं।”
वहीं रुक़ैया फ़ातिमा ने बताया “झुग्गी बस्तियों की महिलाएँ और बच्चियाँ कई बार संसाधनों व जागरूकता की कमी से जूझती हैं। हमारा मक़सद सिर्फ़ स्वच्छता सामग्री पहुँचाना ही नहीं, बल्कि उन्हें अपने अधिकारों और स्वास्थ्य को लेकर आत्मनिर्भर बनाना भी है।”
फ़ाउंडेशन के संस्थापक एवं निदेशक एडवोकेट आदिल ज़फ़र ने कहा कि संगठन का उद्देश्य शिक्षा, जागरूकता और सामाजिक सुधार के ज़रिए एक बेहतर और स्वस्थ समाज का निर्माण करना है।
स्थानीय समुदाय ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे बदलाव की दिशा में अहम कदम बताया। ग्रिनस्पायर वेलफेयर फ़ाउंडेशन ने स्पष्ट किया कि इस तरह की मुहिम आगे भी जारी रहेगी, ताकि स्वास्थ्य, गरिमा और न्याय की बराबरी से पहुँच हर किसी तक सुनिश्चित हो सके।