इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
इंडिया हेट लैब (IHL) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 22 अप्रैल से 2 मई 2025 के बीच भारत के नौ राज्यों और जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश में कुल 64 हेट स्पीच घटनाएं दर्ज की गई। इनमें से महाराष्ट्र सबसे अधिक 15 घटनाओं के साथ शीर्ष स्थान पर रहा
पाहलगाम हमले के बाद की प्रतिक्रिया
22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, हिंदू दक्षिणपंथी समूहों ने मुसलमानों के खिलाफ नफरत और धमकियों की एक संगठित राष्ट्रीय मुहिम शुरू की।
संगठनों की भूमिका
रिपोर्ट में बताया गया है कि अधिकांश घटनाओं का आयोजन हिंदू राष्ट्रवादी संगठनों जैसे विश्व हिंदू परिषद (VHP), बजरंग दल, अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद (AHP), राष्ट्रीय बजरंग दल (RBD), हिंदू जन जागृति समिति, स्काल हिंदू समाज, हिंदू राष्ट्र सेना और हिंदू रक्षा दल ने किया।
संचार के साधन
इन घटनाओं को फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और X जैसे प्लेटफार्मों पर लाइव स्ट्रीमिंग या रिकॉर्ड करके प्रसारित किया गया, जिससे इनका प्रभाव और पहुंच लाखों लोगों तक हुई
इंडिया हेट लैब के शोधकर्ताओं ने बताया कि इन घटनाओं में मुसलमानों के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल, उनके सामाजिक और आर्थिक बहिष्कार की अपील, हिंसा की प्रेरणा और हिंदुओं को हथियारबंद होने की सलाह दी गई। इन घटनाओं का उद्देश्य मुसलमानों को निशाना बनाना और समाज में विभाजन पैदा करना था।
यह रिपोर्ट भारत में नफरत और हिंसा के बढ़ते हुए माहौल की ओर इशारा करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऑनलाइन नफरत और ऑफलाइन हिंसा के बीच सीधा संबंध है, और इन घटनाओं से समाज में असहमति और तनाव बढ़ सकता है।
इस संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट ने भी नफरत भरी भाषाओं पर चिंता व्यक्त की है और राज्य सरकारों से इन मामलों में कठोर कार्रवाई की उम्मीद की है।